नींव रखी नई औद्योगिक क्रांति की पर कहलाया किसान नेता
This is the title of the web page Right Click is disabled for the complete web page. ( चौधरी अजित सिंह पर विशेष लेख ) " चौधरी चरण सिंह के पीछे - पीछे कुर्सी रहती थी , लेकिन चौधरी अजित सिंह कुर्सी के पीछे - पीछे रहते हैं। " मैंने यह बात अनेक दफा बहुत से लोगों के मुँह से सुनी है। चौधरी अजित सिंह ये सुनकर मुझे एक लोकोक्ति याद आ जाती है। लोकोक्ति है कि बड़े लोगों को बच्चे पैदा नहीं करने चाहियें। इसका मतलब यह है कि लोग बच्चों में बाप की खूबियां ढूँढने लगते हैं और दोनों की तुलना होने लगती है। इसका कुप्रभाव यह होता है कि बच्चों द्वारा किये गए महत्वपूर्ण कार्यों का भी मूल्यांकन सही तरीके से नहीं हो पाता और उन्हें यथोचित श्रेय नहीं मिल पाता। उनकी सारी उम्र पिता के बड़प्पन के साये के नीचे गुजर जाती है। लोग उन्हें हमेशा अंडर एस्टीमेट करते हैं। चौधरी अजित सिंह के मामले में भी ऐसा ही हुआ है। उनके पिता चौधरी चरण
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