चौधरी चरणसिंह - एक सच्चा राष्ट्रवादी प्रधानमंत्री
This is the title of the web page Right Click is disabled for the complete web page. (चौधरी चरणसिंह की पुण्यतिथि 29 मई पर विशेष) ● असली राष्ट्रवादी और स्पष्टवादी नेता ● जाति-पाति और मजहब की दीवारें तोड़ने वाला जननेता ●कृषकों का असली एडवोकेट ●उसूलों की खातिर पदों को तिलांजलि देने वाला एक राजनीतिक संत दिसम्बर 1984 का महीना... प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या होने के बाद देश में लोकसभा चुनाव हो रहे थे। हरियाणा में कांग्रेस (आई) के खिलाफ दलित मजदूर किसान पार्टी (दमकिपा) और जगजीवन राम की कांग्रेस (बी) साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे थे। इसके चलते रोहतक लोकसभा क्षेत्र से दमकिपा और कांग्रेस (बी) के सांझा उम्मीदवार डॉ. स्वरूप सिंह मैदान में थे। स्वरूप सिंह के पक्ष में प्रचार करने के लिए दमकिपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और भारत के प्रधानमंत्री रह चुके चौधरी चरणसिंह रोहतक आ गए। ये भी पढ़ें- नींव रखी नई औद्योगिक क्रांति की पर कहलाया किसान नेता- चौधरी अजित सिंह वहाँ एक रैली के बाद चौधरी चरणसिंह ने पत्रकार वार्ता में एक सवाल के जवाब में कह दिया कि जिन राजनीतिक पार्टियों का गठन