सुर और सुंदरता का बेजोड़ मेल था सुरैया में
This is the title of the web page Right Click is disabled for the complete web page. (जन्मदिन 15 जून पर विशेष) सुरैया -पाकिस्तान में जन्मी फिर भी पाकिस्तान क्यों नहीं गई सुरैया -प्रधानमंत्री जवाहरलाल ने क्या कहा सुरैया को -सुरैया ने संगीत शिक्षा किस से ली? 15 जून को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की बैठक में भारत-पाकिस्तान विभाजन की योजना को स्वीकृति दे दी गई और इसी दिन एक ऐसी मशहूर अदाकारा का जन्म हुआ जो पाकिस्तान वाले भाग में जन्म लेकर भी भारत की नागरिक बनी रही। जहाँ भारत-पाक विभाजन से करोड़ों लोग विस्थापित हुए लाखों मारे गए वहीं इस तारीख को जन्मी एक गायिका-अभिनेत्री ने अपनी अदाकारी से इस उपमहाद्वीप के करोड़ों लोगों के दिल जीते और अमन-चैन का पैगाम दिया। ये भी पढ़ें- आधुनिक भारत के निर्माता ज वाहरलाल नेहरू गौरतलब है कि 15 जून 1947 को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की बैठक में भारत-पाकिस्तान विभाजन की योजना के बारे में फैसला होना था। इस बैठक में योजना के पक्ष में 157 मत पड़े जबकि विपक्ष में 29 और 32 तटस्थ रहे। अब सब कुछ शीशे की तरह साफ था कि करोड़ों लोगों को धर्म के आधार